बिजली चोरों के खिलाफ नहीं होगी कार्रवाई, जागरुक कर देंगे कनेक्शन

अभी तक आपने विद्युत अधिकारियों को बिजली चोरी करने वालों के खिलाफ कार्रवाई करते देखा और सुना होगा। अब डिस्कॉम ऐसे लोगों को बिजली चोरी करने से होने वाले नुकसान के प्रति जागरुक करेगा। इसके लिए मौके पर ही सभी औपचारिकताएं पूर्ण कर तत्काल कनेक्शन जारी किए जाएंगे।

इसके अलावा शिविर लगाकर लोगों को बिजली बिल कम करने के तरीकों के बारे में भी बताया जाएगा। शुक्रवार को मोतीझील स्थित विद्युत कार्यालय में हुई बैठक में मुख्य अभियंता बीएल पचेरवाल ने सभी अधीनस्थों को निर्देश दिए। मुख्य अभियंता ने बताया कि संभाग में बड़े पैमाने पर बिजली चोरी हो रही है। इसके चलते डिस्कॉम को काफी नुकसान हो रहा है।

विजिलेंस टीमों के द्वारा कार्रवाई किए जाने के बाद भी चोरी का ग्राफ कम नहीं हो रहा है। इसी के चलते अब छीजत कम करने के लिए 11 दिसंबर से संभाग के सभी जिलों में शिविर लगाए जाएंगे। शिविरों में मौके पर ही घरेलू पत्रावली जमा करने से लेकर एस्टीमेट तैयार करना, मांग पत्र जारी करना और सर्विस लाइन वाले कनेक्शन मौके पर ही जारी किए जाएंगे। वहीं जिन कनेक्शनों हेतु लाइन खींचने अथवा ट्रांसफार्मर स्थापित करने का कार्य होगा उन्हें 7 से 15 दिन में कनेक्शन दे दिए जाएंगे। इसके अलावा बिजली संबंधी समस्याओं के लिए जनसुनवाई भी की जाएगी। निर्धारित समयावधि में उपभोक्ता की समस्या सुनकर समाधान किया जाएगा। इस दौरान कार्यवाहक अधीक्षण अभियंता आरके मीणा, एक्सईएन मीटर संजय अग्रवाल, टीए युवराज आसीवाल, मनोज शर्मा और नेहा मित्तल मौजूद रहे।

भरतपुर. बैठक में जानकारी देते मुख्य अभियंता बीएल पचेरवाल।

उपभोक्ताओं को बताएंगे बिल कम करने के तरीके

चीफ इंजीनियर बीएल पचेरवाल ने बताया कि लोगों को बिजली चोरी न करने के प्रति जागरुक किया जाएगा। इस दौरान उन्हें बताया जाएगा कि घर में किस तरह के बिजली उपकरणों का प्रयोग करें, जिससे बिल कम आए।

लोगों को बताए जाएंगे बिजली चोरी करने के दुष्परिणाम

मुख्य अभियंता ने बताया कि अब विद्युत टीम शिविर लगाए जाने की तिथि से तीन दिन पहले विद्युत कर्मचारी क्षेत्र में जाकर लोगों को बिजली चोरी के दुष्परिणामों के बारे में बताया जाएगा। उन्हें बताया जाएगा कि बिजली चोरी करने से सामाजिक प्रतिष्ठा धूमिल होती है और आर्थिक नुकसान भी होता है। इसके साथ ही डिस्कॉम की वैन पर एनाउंसमेंट सिस्टम के माध्यम से प्रचार-प्रसार कर बिजली चोरी न करने के लिए प्रेरित किया जाएगा। इसके बाद भी लोग कनेक्शन नहीं लेंगे और बिजली चोरी करते पकड़े गए तो उनके खिलाफ कार्रवाई होगी।